जो अधर्माचरण से युक्त हिंसक मनुष्य है, उसको धन, राज्यश्री और उत्तम सामर्थ्य प्राप्त नहीं होता. इसलिए सबको न्याय के आचरण से ही धन खोजना चाहिए।

जो अधर्माचरण से युक्त हिंसक मनुष्य है, उसको धन, राज्यश्री और उत्तम सामर्थ्य प्राप्त नहीं होता. इसलिए सबको न्याय के आचरण से ही धन खोजना चाहिए।

Spread the vedic information