कृष्णाय वासुदेवाय देवकी नन्दनाय च। नन्दगोप कुमाराय गोविन्दाय नमो नमः॥

कृष्णाय वासुदेवाय देवकी नन्दनाय च।
नन्दगोप कुमाराय गोविन्दाय नमो नमः॥


अर्थ — श्रीकृष्ण जो वासुदेव और देवकी के पुत्र हैं। जो नंद और गोप कुमारों के प्रिय हैं, और जिन्हें गोविंद के नाम से भी जाना जाता है, उन्हें मैं प्रणाम करता हूँ।

Meaning - I offer my respects to Lord Krishna, who is the son of Vasudeva and Devaki, the beloved of Nanda and the cowherd boys, and who is also known as Govinda.

स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः । स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः । स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः । स्वस्ति नो वृहस्पतिर्दधातु ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः ।
स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः ।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः ।
स्वस्ति नो वृहस्पतिर्दधातु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥


अर्थ — इन्द्र, जो महँ कीर्ति वाले हैं, हमारा कल्याण करें। पूषा (सूर्य देव), जो सभी (पूरे ब्रह्माण्ड) को जानने वाला है, हमारा कल्याण करें। गरुड़देव, जिनकी गति को कोई रोक नहीं सकता, हमारा कल्याण करें। बृहस्पति, जो वेद वाणी (विद्या) के देवता है, हमारा कल्याण करें। ॐ, शांति, शांति, शांति॥

Meaning - May Indra, who possesses great glory, bring us welfare. May Pushadev, who knows all and watches over the world, bring us welfare. May Garuda, whose speed no one can hinder, bring us welfare. May Brihaspati, the deity of wisdom, bring us welfare. Om, peace, peace, peace.

ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः । वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्वं शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः
पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः ।
वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः
सर्वं शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥


अर्थ — पूरे आकाश में शांति हो, अन्तरिक्ष में शांति हो, पृथ्वी पर शांति हो, जल में शांति हो, औषधीय जड़ी-बूटी में शांति हो, पेड़-पौधों की शांति हो, सभी देवताओं में शांति हो, ब्रह्म अर्थात ब्रह्माण्ड में शांति हो, सभी का शांतिरूप हो, वास्तव में शांतिरूप सभी को शांति प्रदान करें, वह शांति मुझे और सभी प्राणियों को शांति दें। ॐ शान्ति हो, शान्तिः हो, शान्तिः हो।

Meaning - May there be peace in the entire universe, peace in the space between the stars, peace on Earth, peace in the waters, May there be peace in the healing herbs and plants, peace among the trees and plants, May there be peace among all the deities, peace in the realm of Brahma, May there be peace for all, and may true peace pervade all of us, granting peace to me and all living beings.

ॐ सह नाववतु । सह नौ भुनक्तु । सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै । ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

ॐ सह नाववतु । सह नौ भुनक्तु ।
सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥


अर्थ — प्रभु! हम शिष्य और शिक्षक साथ आगे चले, हम दोनों साथ विद्या के फल का भोग करें, हमारा किया हुआ अध्ययन प्रभावशाली हो, हम एक-दूसरे की शक्ति बनें, और हम दोनों में परस्पर द्वेष न हो। हमारा वातावरण,और हमारा मन शांत और निर्मल हो।

Meaning - Lord, let us, as student and teacher, move forward together. Let us both partake in the fruits of knowledge. May our learning be impactful. May we draw strength from each other and not harbor any animosity. May our environment be peaceful, and our minds be calm and pure.

ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवाः । भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः । स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाग्ँरसस्तनूभिः । व्यशेम देवहितं यदायुः । ।

ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवाः ।
भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः ।
स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाग्ँरसस्तनूभिः ।
व्यशेम देवहितं यदायुः । ।


अर्थ — ॐ, देवताओं! हम अपने कर्णों (कानों) से शुभ वचन सुनें, हम अपनी आँखों से शुभ ही देखें। हम अपनी स्थिर इंद्रियों और शरीर से आपकी स्तुति करते हुए, अर्थात अपने रूप तन मन और वचनों द्वारा प्रार्थना करते हुए, हमारा देवों द्वारा दी गयी आयु (जीवन) देवों के लिए व्यतीत हो।

Meaning - O Devas! May we hear auspicious words through our ears. May we see auspicious things with our eyes. May we, with steady limbs and healthy bodies, praise and worship the Devas through our entire being. May our life be devoted to the service of the Devas.