Posted inShlok अग्निना सिच्यमानोऽपि वृक्षो वृद्धिं न चाप्नुयात्। तथा सत्यं विना धर्मः पुष्टिं नायाति कर्हिचित्।। Posted by By admin January 5, 2024No Comments अग्निना सिच्यमानोऽपि वृक्षो वृद्धिं न चाप्नुयात्। तथा सत्यं विना धर्मः पुष्टिं नायाति कर्हिचित्।। अर्थ – आग से सींचे गए पेड़ कभी बड़े नहीं होते। उसी प्रकार सत्य के बिना धर्म की स्थापना संभव नहीं है। Spread the vedic information admin View All Posts Post navigation Previous Post शैले शैले न माणिक्यं,मौक्तिम न गजे गजे। साधवो नहि सर्वत्र,चंदन न वने वने।।Next Postभूमे:गरीयसी माता,स्वर्गात उच्चतर:पिता। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गात अपि गरीयसी।।