Posted inShlok अष्टादस पुराणेषु व्यासस्य वचनं द्वयम्। परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम्।। Posted by By admin January 5, 2024No Comments अष्टादस पुराणेषु व्यासस्य वचनं द्वयम्। परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम्।। अर्थ – अठारह पुराणों में व्यास के दो वचन ही है। पहला परोपकार ही पुण्य है और दूसरा औरों को दुःख पहुंचाना पाप है। Spread the vedic information admin View All Posts Post navigation Previous Post सत्य -सत्यमेवेश्वरो लोके सत्ये धर्मः सदाश्रितः। सत्यमूलनि सर्वाणि सत्यान्नास्ति परं पदम्।।Next Postउद्यमः साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः। षडेते यत्र वर्तन्ते तत्र दैवं सहायकृत्।।